प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 70वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। श्री नरेन्द्र मोदी ने महात्मा गांधी, सरदार पटेल, पंडित जवाहरलाल नेहरू तथा असंख्य लोगों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होने अपने जीवन का बलिदान दिया ताकि स्व्राज्य प्राप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि 125 करोड़ भारतीयों ने अब यह संकल्प लिया है कि वे स्वराज्य से ‘सुराज’ की यात्रा को पूरा करेंगें। उन्होंने कहा कि सुराज की प्राप्ति के लिए, त्याग, कड़े परिश्रम, अनुशासन, समर्पण और साहस की आवश्यकता होती है और उन्होंने कहा कि पंचायत से लेकर संसद तक प्रत्येक संस्था को इस लक्ष्य की दिशा में मिलजुल कर काम करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था कि जब सरकार आरोपों से आकंठ डूबी हुई थी। उन्होंने ने कहा कि यह सरकार इसकी बजाय आकांक्षाओं से घिरी हुई है। उन्होंने कहा कि जहां उम्मीद आकांक्षाओं को बढ़ावा देती है, वहीं इससे सुराज की ओर तेज़ी से बढ़ने की ऊर्जा भी मिलती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे सरकार द्वारा किए गए कार्य पर प्रकाश नहीं डालना चाह...