संदेश

नवंबर, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 रूपये के नोट के सम्बन्ध में लिए फैसले पर लोगों से राय माँगी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 रूपये के नोट के सम्बन्ध में लिए फैसले पर लोगों से विचार आमंत्रित किये हैं| नरेन्द्र मोदी ऐप पर उपलब्ध 10 सवालों वाले एक सर्वेक्षण के माध्यम से लोग अपने विचार पहुंचा सकते हैं| ट्विटर के माध्यम से सर्वेक्षण का लिंक साझा करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस फैसले पर लोगों से पहली प्रतिक्रिया चाहते हैं| सर्वेक्षण के 10 प्रश्न निम्नलिखित हैं : 1. क्या आपको लगता है कि भारत में काला धन है? a) हाँ b) नहीं 2. क्या आपको लगता है कि भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ़ लड़ाई लड़ने और इस समस्या को दूर करने की ज़रूरत है? a) हाँ b) नहीं 3. आप काले धन की समस्या से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाये गए कदमों के बारे में क्या सोचते हैं? 4. आप भ्रष्टाचार के खिलाफ़ मोदी सरकार द्वारा अब तक किये गए प्रयासों के बारे में क्या सोचते हैं? 1 से 5 के स्केल पर – बेहतरीन, बहुत अच्छा, अच्छा, ठीक, बेकार 5. आप 500 और 1000 के पुराने नोटों को बंद करने के मोदी सरकार के निर्णय के बारे में क्या सोचते हैं? a) सही दिशा में उठाया गया बहुत अच्

Filmstar Rekha Rana with the special issue of "Gathjod" on Swach Bharat Abhiyan.

चित्र

"ऑल इंडिया सोशल मीडिया फोरम" का गठन

चित्र
समाज कल्याण को तीव्र गति देने की दिशा में सोशल मीडिया एडमिन्स एवं यूर्जस के कल्याणार्थ सोशल मीडिया शक्तिकरण के उद्देश्य से लेखकों , पत्रकारों, समाज सेवकों, फिल्म निर्माता - निर्देशकों एवं एडवोकेट्स ने मिलकर किया "सोशल मीडिया फोरम" का गठन जयपुर। सोशल मीडिया के असंख्य लाभ हैं किंतु इससे कुछ हानियां भी सामने आई है, बड़ी संख्या में लोग इससे लाभ प्राप्त कर रहे है, किन्तु कुछ लोग इसका दुरुपयोग भी कर रहे है, जो अत्यंत अनुचित है। ऐसे कुछ लोगों की वजह से आपस में एक दूसरे तक अत्यंत सरलता, सहजता एवं मितव्ययता से उपयोगी जानकारियों एवं सूचनाओं को एक दूसरे तक पहुँचाने वाले, विभिन्न जाति, वर्ग के लोगों को आपस में जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण साधन पर रोक, आंशिक रोक, अंकुश तक की बात कई बार सुनने में आती रही है। जबकि इस पर किसी भी प्रकार की रोक के स्थान पर इसके उपयोगकर्ताओं के लिए इसे सही ढंग से जानने या उनके लिए प्रशिक्षण, वर्कशॉप, जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता है, जिससे इस साधन का दुरूपयोग करने वालों से स्वयं भी बचा जा सके और दूसरों को भी बचाया जा सके एवं इस सुलभ साधन द्वारा लाभ ही

⁠⁠⁠फिल्म के निर्माता - निर्देशक कुमार राज एवं अभिनेत्री रेखा राणा ने यहाँ जयपुर में गठजोड़ के सम्पादक महावीर कुमार सोनी को दी फिल्म के बारे में विस्तार से जानकारी

चित्र
                           सशक्त स्टोरी लिए हुए फिल्म "यहाँ अमीना बिकती है" रिलीज होगी अगले वर्ष ⁠⁠⁠⁠ वीमेन एम्पावरमेंट पर दमदार स्टोरी, श्रेष्ठ निर्देशन एवं सशक्त अभिनय के बल पर 83 इंटरनेशनल अवार्ड हासिल कर चुकी हिंदी फिल्म "तारा" की मुख्य अभिनेत्री रेखा राणा एवं फिल्म के निर्माता - निर्देशक कुमार राज ने यहाँ अपने जयपुर आगमन पर "गठजोड़" को अलग  अलग दिन दिए अपने इंटरव्यू में बताया कि उनकी पूर्व में बेहद सफल रही फिल्म "तारा" के बाद उनकी अगली फिल्म सोशल सब्जेक्ट लिए हुए वीमेन एम्पावरमेंट पर ही एक अलग सशक्त स्टोरी पर आधारित है। इस फिल्म का नाम "यहां अमीना बिकती है" है, यह वर्ष 2017 में रिलीज़ होगी, इस फिल्म में भी रेखा राणा ही अभिनेत्री है, कैमरून की तरफ से यह फिल्म ऑस्कर में गई है। निर्देशक राज ने इस अवसर पर "तारा" फिल्म के बारे में भी बताया कि तारा फिल्म 83 इंटरनेशनल अवार्ड्स हासिल कर चुकी है, 133 फिल्म फेस्टिवल में जा चुकी है, ऑस्कर में जा चुकी है तथा बॉम्बे में यह फिल्म 52 सप्ताह कंटिन्यू चली थी। "तारा" से अंतर्रा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने कल शाम करेंसी नोटों की आपूर्ति एवं उपलब्‍धता के बारे में स्‍थिति की समीक्षा की एवं बैंकिंग संवाददाताओं (बीसी), डाकघरों, एटीएम, बैंकों एवं ई-पेमेंट प्रणालियों के नेटवर्कों के द्वारा नकदी बांटने को और सक्रिय बनाने के लिए कुछ निर्णय लिए

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने कल (13 नवंबर ,  2016) देर शाम करेंसी नोटों की आपूर्ति एवं उपलब्‍धता की समीक्षा की बैठक की। बैठक आधी रात के बाद तक चलती रही। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ,  केंद्रीय वित्‍त एवं कंपनी मामले मंत्री श्री अरूण जेटली ,  केंद्रीय शहरी विकास एवं सूचना प्रसारण मंत्री श्री वेंकैया नायडू ,  केंद्रीय कोयला एवं बिजली राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल एवं केंद्रीय वित्‍त राज्‍य मंत्री श्री संतोष कुमार गंगवार के अलावा और अन्‍य अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर एवं डिप्‍टी गवर्नर वित्‍त मंत्रालय के सभी सचिव एवं प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। बैठक में नोटों की आपूर्ति एवं उपलब्‍धता के बारे में ताजा स्‍थिति की समीक्षा की गई एवं बैंकिंग संवाददाताओं (बीसी) ,  डाकघरों ,  एटीएम ,  बैंकों एवं ई-पेमेंट प्रणालियों के नेटवर्कों के द्वारा नकदी बांटने को और सक्रिय बनाने के लिए कुछ निर्णय लिए गए। आम जनता की सुविधाओं को ध्‍यान में रखते हुए निम्‍नलिखित निर्णय भी लिए गए। बैंकिंग

बैंकों में पुरानी मुद्रा के रूप में जमा राशि पर आयकर विभाग द्वारा लिए गए फैसलों से संबंधित सवालों पर वित्त सचिव डॉ. हसमुख अधिया द्वारा दिए गए कुछ जवाब

सवाल 1:  बहुत सारे छोटे व्यापारियों ,  गृहिणियों ,  कारीगरों ,  कामगारों के पास बचत के रूप में कुछ नकद राशि घरों में रखे हो सकते हैं ,  क्या अगर उसे बैंक में जमा कराने जाने पर आयकर विभाग पैसों को लेकर पूछताछ करेगा। जवाब 1:  सवाल में दिए गए वर्ग के लोग जो 1.5 या 2 लाख रुपये जमा कराने के लिए जाते हैं उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है ,  क्योंकि ये आयकर की न्यूनतम सीमा के भीतर है। इस तरह की छोटी जमा राशि के लिए आयकर विभाग किसी को भी परेशान नहीं करेगा। सवाल 2:  क्या इस दौरान जमा की गई नकद रकम की रिपोर्ट आयकर विभाग लेगा। अगर हां ,  तो क्या 10 लाख नकदी जमा की सीमा को पार करने पर सूचित करने का वर्तमान नियम आगे भी जारी रहेगी। जवाब 2:  हम 10 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच जमा कराई जाने वाली 2.5 लाख से ऊपर की हर नकदी रकम का और ऐसे खाते का हिसाब लेंगे। विभाग इस रकम और इसे जमा कराने वाले व्यक्ति द्वारा फाइल की गई आयकर रिटर्न का मिलान कर जांच करेगा। उसके बाद उसपर उचित कार्रवाई की जा सकती है। सवाल 3:  मान लीजिए की विभाग को ये पता चलता है कि किसी खाते में 10 लाख से ज्यादा की रकम जमा की गई ह

राष्ट्र के तेजी से विकास करने की दिशा प्रधानमंत्री जी का एक और साहसिक कदम

लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने राष्ट्र के नाम सन्देश 8 नवम्बर 2016 में जो साहसिक घोषणा करते हुए निर्णय की जानकारी दी, उससे समूचे राष्ट्र को चौंका दिया है, देश के छुपे हुए काले धन को बाहर लाने के लिए उनके असीम प्रयासों में यह एक बड़ा प्रयास कहलाएगा, जिसके तहत इस बड़े कदम से उन्होंने दिनांक 8 नवम्बर 16 को 500 एवं 1000 के नोटों को बंद करने के निर्णय की घोषणा की, देश के इतिहास में यह एक बेहद साहसिक कदम है, इस कदम से ईमानदारी से कमाकर जीवन यापन कर रहे आमजन में यह धारणा पुन: बलवती हुई है कि मोदी जी की कथनी और करनी एक है, जो वो कहते हैं करके रहते हैं, उनके कुशल नेतृत्व में राष्ट्र शीघ्र विकसित राष्ट्र बनकर रहेगा, कैसी भी विरोधी ताकतें इसे रोक नहीं पाएगी, यहाँ यह कहना भी अनुचित नहीं होगा कि कालेधन की जमाखोरी वाले पूंजीपतियों के तो निश्चित ही इससे होश उड़ गए होंगे. मोदी जी को बहुत बहुत साधुवाद, आभार ! क्या है ये कदम और क्या है नीति, जानिए उनकी स्वयं की जुबानी, प्रधानमंत्री जी के राष्ट्र के नाम इस सन्देश से -   मेरे प्यारे देशवासियों , दिवाली के पावन पर्व की समाप्ति नई आशाए