शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गयी टिप्पणी के विरोध में राजस्थान ब्राह्मण महासभा, अजमेर के प्रतिनिधी मण्डल ने मुख्यमंत्री के नाम उनके एडीसी सहित, राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित, नेता प्रतिपक्ष रामनारायण डूडी सहित प्रदेश के विभिन्न नेताओं को भी ज्ञापन दिया|

मामले में 15 दिन से भी अधिक होने एवं उच्च स्तर पर मांग के बावजूद कोई ठोस  कार्यवाही  ने होने पर समाज में रोष 


जयपुर|  राजस्थान ब्राह्मण महासभा अजमेर के प्रतिनिधी मण्डल ने शिक्षा राज्य मंत्री देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज पर कि गयी अपमानजनक टिप्पणी के विरोध में जयपुर जाकर मुख्यमंत्री व अन्य पदाधिकारियों को  दिनांक 25 अप्रेल को एक ज्ञापन सौंपा। 
राजस्थान ब्राह्मण महासभा, जिला अजमेर के अध्यक्ष सुदामा शर्मा द्वारा गठजोड़ को दी गई जानकारी में बताया गया की शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी द्वारा गलती स्वीकार नहीं करने व सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाने पर यह निर्णय लिया गया। श्री शर्मा ने बताया कि गत 8 अप्रैल को जयपुर में एक कार्यक्रम में पत्रकारों द्वारा शिक्षा राज्य मंत्री मंत्री देवनानी से उनके प्रोफेसर होने के बारे में जानकारी चाही थी और बोखलाहट में उन्होने ब्राह्मण समाज द्वारा पंडित शब्द लगाने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की| माननीय उच्च न्यायालय में स्वंय को प्रोफेसर घोषित करने के विरूद्ध ब्राह्मण समाज के व्यक्ति ने रिट दायर की एवं माननीय न्यायालय द्वारा देवानानी को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब पेश करने के आदेश दिये थे। 
श्री भंवरलाल शर्मा ने इस विषय पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रतिनिधी मण्डल को आश्वस्त किया की इस अपमान का मुहं तोड़ जवाब दिया जायेगा। उन्होने कल इस विषय पर एक प्रेसवार्ता 26 अप्रैल को जयपुर में आयेाजित करने का निर्णय किया। जिसमें वे सरकार को स्पष्ट चेतावनी देगें।
प्रतिनिधी मण्डल में भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यालय में जाकर प्रदेश कार्यालय मंत्री मुकेश चेलावत को ज्ञापन, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री अशोक परनामी के नाम का सौंपा, कार्यालय में वरिष्ठ नेता श्री औंकार सिंह लखावत एवं महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती मधु शर्मा को भी इस विषय से अवगत कराया।
प्रतिनिधी मण्डल ने कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष श्री रामनारायण डूडी एवं पूर्व मुख्य सचेतक व पूर्व विधायक श्री रघु शर्मा को भी उक्त ज्ञापन सौंपा।
आज श्री रघु शर्मा ने इस विषय पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त करते हुए प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री को चेतावनी दे कि शिक्षा मंत्रालय का दायित्व ऐसे व्यक्ति को दिया गया है जो स्वयं फर्जीवाड़े में लिप्त है, बिना किसी पात्रता के स्वयं को प्रोफेसर घोषित किये हुए है एवं वर्षो से समाज की आंखों में धूल झोंकर पद का दुरूपयोग कर रहे है ऐसे व्यक्ति को एक क्षण भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है। मुल्य आधारित राजनीति का दभं भरने वाली पार्टी जो पण्डित दीनदयाल जी का जन्म शताब्दी मना रही है। ऐसे व्यक्ति को शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में मंत्री बना रखा है। जो कि अत्यन्त निन्दनीय है।
प्रतिनिधी मण्डल में राजस्थान ब्राह्मण महासभा अजमेर के अध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा ने सरकार को चेताया यदि समय रहते तुरंत मंत्री को बर्खास्त नहीं किया तो पार्टी को गम्भीर परिणाम भुगतने होगे।
राजस्थान ब्राह्मण महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष श्री राजीव शर्मा ने कहा यदि सरकार ने तुरंत कोई निर्णय नहीं किया तो देवनानी का हर कार्यक्रम का न सिर्फ बहिष्कार किया जायेगा बल्कि उन्हें हर स्थान पर काले झण्डे दिखायें जायेगें। देवनानी ने एक तरफ तो अपनी गलती स्वीकार नहीं की, दूसरी तरफ वे समाज में फुट डालने की कुचेष्ठा कर रहे है।
एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने कहा यदि मुख्यमंत्री ऐसे मंत्री को बनाये रखती है तो न सिर्फ समाज वरन् विद्यार्थियों में भी गलत संदेश जायेगा। एक तरफ जहां मुख्यमंत्री जोधपुर विश्वविद्यालय में विवादित डिग्रीयों को बांटने के बारे में कार्यवाही कर रही है वहीं उनकी खुद की सरकार में एक फर्जी प्रोफेसर विद्ययमान मान है।
एडवोकेट विवेक पाराशर ने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता मोदी जी द्वारा चलाया जा रहा स्वच्छता आन्दोलन तब ही पूर्ण सफल होगा जब सरकार में कार्यरत ऐसे फर्जी मंत्रियों की सफाई शीघ्र हो जाये।
इस अवसर पर जयश्री ने इस विवाद पर दुःख जताते हुए कहा मंत्री देवनानी द्वारा उत्पन्न इस विवाद को 15 दिन से अधिक का समय हो चुका है ब्राह्मण समाज सदैव सभी समाजों का आदर करता है उनके प्रत्येक मंगल कार्य एवं जन्म से लेकर श्राद्ध तक के विधिविधान में सहयोग करता है। अब समय आ गया है ब्राह्मण समाज पर ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वाले मंत्री पद पर बैठे व्यक्ति को तुरंत पर मुक्त कर ब्राह्मण समाज को ओर अधिक आहत होने से बचाये। श्री शर्मा द्वारा यह भी बताया गया कि ब्राह्मण समाज द्वारा पूर्व में भी मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधीश अजमेर के माध्यम से दिये थे। यहां तक की 17 अप्रैल बजरंगगढ़ चौराहे पर 70 लोगों ने अपना खून निकालकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, पार्टी अध्यक्ष अमितशाह, सरसंघ चालक मोहन भागवत को प्रेषित किये। प्रतिनिधी मण्डल ने राजस्थान ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक श्री भंवरलाल शर्मा से भेंटकर विगत 8 अप्रैल से जारी इस विवाद एवं आन्दोलन की जानकारी दी।
इस अवसर पर कैलाश शर्मा, आलोक भारद्वाज, लोकेश शर्मा, गौरव उपमन्यु शर्मा, निर्मला शर्मा, अभिषेख पारीक, आकाश शर्मा आदि उपस्थित थे।





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