पिंक सिटी जयपुर में विश्व शान्तिरैली का फ़्लैग-ऑफ़ का कार्यक्रम में आयोजित हुआ

जयपुर। पिंक सिटी जयपुर में विश्व शान्तिरैली का फ़्लैग-ऑफ़ का कार्यक्रम होटेल क्लार्क्स आमेर में आयोजित किया गया, यह रैली 20 दिन में 5 राज्यों 3 केंद्र शासित प्रदेशों में होकर यह रैली जयपुर पहुँची। सृजन द स्पार्क जयपुर के प्रेसिडेंट राजेश नवलखा, सचिव राजीव बांगड, राजू मगोडीवाला,प्रमोद दरड़ा,संदीप नवलखा,राजीव निगोतिया ने शान्तिरैली को इस अभूतपूर्व कार्य  के लिए एक प्रशस्ति पत्र भेंट किया।  तथा इस संस्था के वाइस प्रेसिडेंट सुरेश ढड्डा,राकेश गुप्ता,अजय पालेचा, राजीव सिंघवी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और टीम का फ़्लैग ऑफ़ करके उनको आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएँ दीं। 

विश्व शांति के संदेश देने के लिए अहमदाबाद के गांधी आश्रम से 1 जुलाई को निकली रैली पाकिस्तान सीमा  और चीन सीमा तक संदेश देते हुए 18 जुलाई को जयपुर  पहुंची, सृजन द स्पार्क के सदस्यों ने रैली के सभी सदस्यों को बधाई दीं साथ ही साथ उनके इस जज़्बे के लिए उनका अभिवादन किया। इस मौके पर चाइल्ड वेलफेयर ट्रस्ट के मैनेजिग ट्रस्टी बीएम सूद ने कहा कि इस रैली को शुरू करने का हमारा एकमात्र मकसद दुनिया में शांति क़ायम रखने का संदेश फैलाना है तथा दुनिया को विश्व युद्ध की ओर बढ़ने से रोकना है। यह हमारी टीम द्वारा दुनिया को शांति का संदेश देने का एक प्रयास है। 20 दिनों की अवधि में पांच राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, पंजाब, जम्मू और कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में आठ वाहनों में पांच हजार किलोमीटर की दूरी तय करी । रैली में सात गाड़ियों में 28 लोग शामिल है। इनमें चार महिलाएं भी हैं। सदस्यों ने बताया कि अटारी बॉर्डर पर शांति के लिए प्रार्थना यात्रा के दौरान अटारी बॉर्डर पर बीएसएफ शहीदों की विधवाओं के साथ स्वर्ण मंदिर, करतारपुर गुरुद्वारा और वैष्णोदेवी में शांति के लिए प्रार्थना की गई। विश्व शांति रैली में गुजरात पुलिस से चंद्रशेखर पानारा भी शामिल हैं। वह चार पुलिस अधिकारियों का नेतृत्व कर रहे हैं। यह वह पुलिस अधिकारी है जो अपनी सेवा के दौरान दिव्यांग हुए। इनमें दो गुजरात पुलिस से और दो पंजाब पुलिस से हैं। इनमें बाबू भाई डामोर, श्रवण मजीराना, हरजीत सिंह, सुखदेव सिंह शामिल हैं।

अगले चरण में विदेश का प्लान वर्ल्ड पीस रैली को लेकर बीएम सूद ने बताया कि शांति का पहला प्रयास 2019 में अहमदाबाद के गांधी आश्रम से लंदन के अम्बेडकर भवन तक सड़क मार्ग से जाकर संदेश दिया था। इस बार देश में ही 20 हजार किलोमीटर की यात्रा की जा रही है। अगले चरण में फिर से विदेश में इसी तरह रैली के जरिये संदेश दिया जाएगा।

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